भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई 5 टेस्ट मैचों की सीरीज़ ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांच से भर दिया। यह सिर्फ एक सीरीज़ नहीं थी, बल्कि एक टेस्ट क्लासिक थी, जिसमें दोनों टीमें आखिरी गेंद तक लड़ीं। नतीजा 2-2 से बराबरी पर खत्म हुआ, लेकिन इस सीरीज़ की सबसे खास बात थी एक नया चेहरा – शुभमन गिल, जो पहली बार भारत के टेस्ट कप्तान बने।
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने इस युवा कप्तान की परिपक्वता और प्रदर्शन को लेकर दिल खोलकर तारीफ की। उन्होंने गिल के कप्तानी डेब्यू और उनके बेमिसाल बल्लेबाज़ी प्रदर्शन को “शानदार” बताया।
पहली बार एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए भिड़ीं टीमें
यह पहली बार था जब इंग्लैंड और भारत के बीच खेले जाने वाली टेस्ट सीरीज़ को “Anderson-Tendulkar Trophy“ नाम दिया गया – जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर के नाम पर। यह नाम खुद इस सीरीज़ की विरासत को बयां करता है।
हर मैच पांच दिन चला, और ज़्यादातर मुकाबले आखिरी सेशन तक गए, जो टेस्ट क्रिकेट की गहराई और रोमांच को दर्शाता है।
“2-2, चीजें अलग हो सकती थीं” – तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने Reddit पर पोस्ट किए एक वीडियो में कहा:
“कुल मिलाकर नतीजा शानदार रहा। 2-2, चीजें अलग हो सकती थीं, लेकिन क्रिकेट में ‘अगर’ और ‘मगर’ नहीं चलते।”
इस लाइन में क्रिकेट का असली फलसफा झलकता है। उन्होंने यह भी माना कि शुभमन गिल की कप्तानी में कुछ ऐसे मौके थे जब वे थोड़े कन्फ्यूज लगे, खासकर जब इंग्लैंड के बल्लेबाज़ साझेदारी कर रहे थे।
लेकिन तेंदुलकर ने स्पष्ट किया कि यह किसी भी युवा कप्तान के साथ होता है और यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
कप्तानी की बारीकियों पर बोले सचिन
तेंदुलकर ने कहा:
“कप्तानी बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आपके बॉलर कैसे गेंदबाज़ी कर रहे हैं। जब गेंदबाज़ों का प्लान नहीं चलता, तो कप्तान पर दबाव बढ़ता है।”
उन्होंने कहा कि गिल ने परिस्थितियों में शांत और संयमित रवैया दिखाया, जो किसी भी कप्तान की सबसे अहम विशेषता होती है।
“सबसे अटैकिंग टीम” के खिलाफ पहली सीरीज़
सचिन का मानना है कि शुभमन गिल को अपने कप्तानी करियर की शुरुआत शायद टेस्ट क्रिकेट की सबसे अटैकिंग टीम – इंग्लैंड के खिलाफ करना पड़ा, जो आसान नहीं था।
“यह उनका पहला टेस्ट सीरीज़ था और वो भी सबसे आक्रामक टीम के खिलाफ। मुझे नहीं लगता कि कोई और टीम इस तरह बल्लेबाज़ी करती है।”
बल्लेबाज़ गिल – 754 रन, रिकॉर्डों की झड़ी
कप्तानी के साथ-साथ शुभमन गिल ने बल्ले से भी कहर ढाया। उन्होंने सीरीज़ में 754 रन बनाए – जो कि किसी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा इंग्लैंड में एक सीरीज़ में सबसे ज्यादा है।
दूसरे टेस्ट में गिल ने पहली पारी में 269 रन, और दूसरी में 161 रन बनाए – जो क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुके हैं।


“फुटवर्क में थी परफेक्शन” – तेंदुलकर
तेंदुलकर ने गिल की बल्लेबाज़ी पर विस्तार से बात करते हुए कहा:
“शुभमन पूरे सीरीज़ में शानदार खेले। वह शांत, संयमित और पूरी तरह व्यवस्थित नजर आए। अच्छी बैटिंग के लिए दिमाग का साफ होना जरूरी है और गिल ने यही दिखाया।”
उन्होंने आगे कहा:
“उनके फुटवर्क में सटीकता थी। उन्होंने अच्छी गेंद को सम्मान दिया, जो बहुत कम बल्लेबाज़ करते हैं। उनकी शॉट सलेक्शन कमाल की थी।”
यह तारीफ उस बल्लेबाज़ के लिए है जिसे खुद सचिन तेंदुलकर “फ्यूचर लीजेंड” कह चुके हैं।
सीरीज का अवलोकन
2025 की भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज, जो 20 जून से 4 अगस्त तक चली, 2025-2027 ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा थी। पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में दोनों टीमों ने आक्रामक और रोमांचक क्रिकेट खेला। नीचे सीरीज के परिणामों का सारांश है:
टेस्ट | स्थान | परिणाम |
---|---|---|
पहला टेस्ट | हेडिंग्ले, लीड्स | इंग्लैंड ने 5 विकेट से जीता |
दूसरा टेस्ट | एजबेस्टन, बर्मिंघम | भारत ने 336 रन से जीता |
तीसरा टेस्ट | लॉर्ड्स, लंदन | इंग्लैंड ने 22 रन से जीता |
चौथा टेस्ट | ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर | ड्रॉ |
पांचवां टेस्ट | केनिंग्टन ओवल, लंदन | भारत ने 6 रन से जीता |
शुभमन गिल ने 754 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। मोहम्मद सिराज ने 23 विकेट लेकर सीरीज में सबसे अधिक विकेट हासिल किए। यह सीरीज गिल की पहली टेस्ट कप्तानी थी, और उन्होंने अपनी युवा टीम को इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में शानदार नेतृत्व प्रदान किया।
महत्वपूर्ण आंकड़े
सीरीज में कई रिकॉर्ड बने और टूटे, जो इसकी रोमांचक प्रकृति को दर्शाते हैं। नीचे कुछ प्रमुख आंकड़े दिए गए हैं:
आंकड़ा | विवरण |
---|---|
शुभमन गिल | 754 रन, सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय कप्तान, ग्राहम गूच (752, 1990) को पीछे छोड़ा |
गिल का सर्वोच्च स्कोर | 269 (दूसरा टेस्ट), भारतीय कप्तान द्वारा इंग्लैंड में सर्वोच्च स्कोर, विराट कोहली (254) को पीछे छोड़ा |
रिषभ पंत | पहले भारतीय विकेटकीपर जिन्होंने एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाए |
मोहम्मद सिराज | 23 विकेट, सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज |
कुल 300+ स्कोर | 14 बार, दूसरी सबसे अधिक रन वाली टेस्ट सीरीज |
क्या है आगे का रास्ता?
अब शुभमन गिल का अगला मिशन है – वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज़। यह सीरीज़ भारत के घरेलू मैदानों पर होगी, जहां गिल को खुद को और भी बेहतर तरीके से साबित करने का मौका मिलेगा।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये क्यों खास है?
- यह सीरीज़ एक नई टेस्ट परंपरा की शुरुआत थी – Anderson-Tendulkar ट्रॉफी।
- शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी को बड़े मंच पर जिम्मेदारी मिली और उन्होंने उसे बखूबी निभाया।
- सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज की तारीफ से यह स्पष्ट है कि गिल में लीडर बनने की पूरी क्षमता है।
निष्कर्ष: एक नए युग की शुरुआत
भारत और इंग्लैंड के बीच 2025 की यह सीरीज़ सिर्फ एक क्रिकेट मुकाबला नहीं था, बल्कि यह एक संकेत है कि भारतीय टेस्ट टीम एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। शुभमन गिल का नेतृत्व और उनकी बल्लेबाज़ी इस नए युग के प्रतीक बनकर उभरे हैं।
सचिन तेंदुलकर की नजरों में गिल का भविष्य उज्जवल है, और उनके जैसे लीजेंड जब किसी युवा की तारीफ करें, तो समझ लीजिए कि कुछ खास जरूर है।